एएम/एनएस इंडिया ने ग्रामीणों के लिए विकसित किये आजीविका और पेयजल के साधन
दन्तेवादा/किरन्दूल। (गोविन्द नाग): दंतेवाड़ा के गांवों में किचन गार्डन :- सीएसआर के तहत एएम/एनएस इंडिया किरंदुल के कृषि प्रशिक्षक ने किसानों के साथ पाइपलाइन क्षेत्र में उन्नत फसल तकनीक की शुरुआत की। सीएसआर टीम द्वारा किरंदुल बस्ती में नर्सरी विकसित की गई है तथा किरंदुल, मडाडी और चोलनार में 35 डिसमिल में फसल के लिए नर्सरी तैयार की गई है, दंतेवाड़ा के 5 किसानों को हरी पत्तेदार सब्जी और लोबिया का बीज वितरण किया गया।
शासकीय अरविंद कॉलेज किरंदुल – दंतेवाड़ा में सीप मशरूम की खेती:- एएमएनएस इंडिया सीएसआर टीम द्वारा आजीविका के साधन विकसित करने कृषि विज्ञान केंद्र के सहयोग से शासकीय अरविंद कॉलेज किरंदुल में स्नातक छात्रों के प्रदर्शन के लिए सीएसआर टीम और सब्जी प्रशिक्षक के मार्गदर्शन में एक नई मशरूम की खेती की इकाई प्रारंभ की गयी है, जिसमें कृषि विज्ञान केंद्र तकनीकी जानकारी और स्पॉन की उपलब्धता प्रदान कर रहे हैं। यह गैर कृषि आय सृजन गतिविधि सीखने और उन्मुखीकरण के बाद ग्रामीणों में रुचि पैदा करेगी।
दंतेवाड़ा के ग्रामीण गुड़ बना कर कमा रहे लाभ:- दंतेवाड़ा के फूलपाड़ गांव के 5 ग्रामीणों ने जंगली खजूर के पेड़ से कटाई और रस निकालने की तकनीक सीखने के बाद गुड़ बनाकर स्थानीय बाजार में बेचना शुरू कर दिया। चूंकि गुड़ को बिना किसी रसायन या कृत्रिम सामग्री के प्रसंस्कृत किया जाता है, इसलिए यह बहुत स्वस्थ होता है। पाम गुड़ सफेद चीनी का एक उत्कृष्ट विकल्प है और पौष्टिक है और इसके औषधीय मूल्य के कारण बाजार मूल्य अधिक है। ये किसान इसे 200 से 250 रुपए किलो के हिसाब से बेचते हैं। इस गुड़ की भारी मांग है।
बोड्डेपारा-कदमपाल में हैंडपंप की मरम्मत:- किसी दूर-दराज के गांव में एक टूटा हुआ हैंडपंप महिलाओं या लड़कियों को वैकल्पिक स्रोत खोजने के लिए किलोमीटर दूर चलने के लिए मजबूर कर सकता है जो दूषित हो सकता है। जिसके मद्देनज़र कदमपाल ग्राम पंचायत के बोड्डेपारा में एएम/एनएस इंडिया किरंदुल द्वारा सीएसआर के तहत 4-5 साल पहले स्थापित हैंडपम्प की मरम्मत की गई। जिससे 20 हितग्राही लाभान्वित हुए।