G-20 मीटिंग से पहले जम्मू-कश्मीर में हाई सिक्योरिटी, बोट से मार्कोस कमांडो की निगरानी

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0 सेना ने श्रीनगर में एंटी ड्रोन डिवाइस भी तैनात की

श्रीनगर। श्रीनगर में 22 से 24 मई को होने वाली जी-20 मीटिंग के लिए हाई सिक्योरिटी तैनात की गई है। जमीन से लेकर हवा तक सेना के जवान पहरा दे रहे हैं। वहीं मार्कोस कमांडो ने बोट के जरिए डल झील में निगरानी शुरु कर दी है।

जी-20 की यह बैठक शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (SKICC) में आयोजित होगी। जिसमें करीब 100 डेलीगेट्स हिस्सा लेंगे। सभी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सेना ने एंटी ड्रोन डिवाइस भी तैनात की हैं। यही नहीं श्रीनगर के कुछ स्कूलों को 25 मई तक बंद कर दिया गया है।

जम्मू-कश्मीर के एडीजीपी विजय कुमार सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं। उनका कहना है कि हमने तीन लेवल की सुरक्षा व्यवस्था की है। एनएसजी और सेना की मदद से एंटी ड्रोन डिवाइस तैनात किए जा रहे हैं। डल झील की सुरक्षा के लिए पुलिस के अलावा मार्कोस तैनात किए गए हैं। बैठक के दौरान किसी भी तरह की अनहोनी से बचने के लिए भारतीय सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी और जम्मू-कश्मीर पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है। गुरुवार को एनएसजी ने लाल चौक पर छापेमारी भी की।

100 डेलीगेट्स के हिस्सा लेने की उम्मीद
श्रीनगर में जी20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की तीसरी बैठक में लगभग 100 डेलीगेट्स के भाग लेने की उम्मीद है। सूत्रों का कहना है कि चीन और तुर्की के बैठक से बाहर रहने की संभावना है। इससे पहले 24 मई को जी20 प्रतिनिधियों की बैठक स्की रिसॉर्ट गुलमर्ग में होने वाली थी। बाद में इसे बदल दिया गया। एक सीनियर ऑफिसर के मुताबिक, वेन्यू में बदलाव सिक्योरिटी नहीं बल्कि कुछ अन्य कारणों के चलते किया गया था। मीटिंग को देखते हुए श्रीनगर के कुछ स्कूलों को 25 मई तक बंद कर दिया गया है और कश्मीरी पंडित कर्मचारियों और अन्य अल्पसंख्यक समूहों के कर्मचारियों को छुट्टी दे दी गई है।

मीटिंग में रुकवाट डाल सकते हैं आतंकी
सूत्रों से इनपुट मिले हैं कि आतंकवादी श्रीनगर में जी20 कार्यक्रम को बाधित करने के लिए कुछ बड़े हमलों को अंजाम देने की कोशिश कर सकते हैं। राजौरी और पुंछ में हाल के हमलों के बाद, सुरक्षा बल ऐसी किसी भी घटना को रोकने के लिए अपनी रणनीति में बदलाव कर रहे हैं। इस क्षेत्र में दो अलग-अलग हमलों में पिछले कुछ दिनों में पांच विशेष बल कमांडो सहित दस सेना के जवान शहीद हो गए थे।

बैठक से पहले अलगाववादी हिरासत में
जी-20 बैठक से पहले कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई और बड़ी संख्या में संदिग्धों और अलगाववादियों को हिरासत में लिया गया है और कुछ को अरेस्ट भी किया गया है। इस बीच, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर में जी20 बैठक के बारे में झूठी अफवाह को लेकर एक एडवाइजरी भी जारी की।
पुलिस ने अफवाह फैलाने वाले कुछ इंटरनेशनल मोबाइल फोन नंबरों के खिलाफ लोगों को आगाह किया। जी20 विरोधी प्रचार के तहत कश्मीर में बड़ी संख्या में लोगों को ब्रिटिश फोन नंबरों से बार-बार कॉल की जा रही हैं। अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने और ऐसे संदिग्ध कॉल का जवाब नहीं देने को कहा है।

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