0 चर्चा के दौरान सदन की कार्यवाही चार बार स्थगित
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन विपक्षी विधायकों ने शून्यकाल के दौरान भाजपा नेताओं की टार्गेट किलिंग के मुद्दे पर जमकर हंगामा किया। विपक्षी भाजपा सदस्य इस मुद्दे पर हंगामा करते हुए गर्भगृह में पहुंचकर नारेबाजी करने लगे। इस पर विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम नेताम ने सभी विपक्षी सदस्यों को निलंबित कर दिया। इसके बाद भी विपक्षी सदस्य उपाध्यक्ष के निर्देशों के अवहेलना करते हुए गर्भगृह से हटे नहीं और जमकर नारेबाजी करते रहे। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही को चार बार स्थगित करनी पड़ी।
बस्तर में पिछले कुछ समय में भाजपा के कई नेताओं की हत्या के मुद्दे पर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच जोरदार नोंकझोंक हुई। भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा और अजय चंद्राकर ने बस्तर में भाजपा नेताओं की टार्गेट किलिंग का आरोप लगाया। साथ ही राज्य सरकार पर सुरक्षा नहीं देने का आरोप लगाया। इस मुद्दे पर काम रोको प्रस्ताव के जरिए चर्चा कराने की मांग रखी। जोरदार हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित कर दी। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होते ही भाजपा सदस्यों ने फिर हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान सत्ता पक्ष व विपक्षी सदस्यों के बीच नोकझोंक चलती रही। इसके देखते हुए विस उपाध्यक्ष श्री नेताम ने दोनों पक्षों पर नाराजगी जताते हुए शांत रहने की समझाइश देते हुए कहा कि दोनों पक्ष सहयोग करेंगे, तभी सदन चल पाएगा। इस पर सत्ता पक्ष के सदस्य तो चुप हो गए, लेकिन विपक्षी सदस्य चुप नहीं हुए और नारेबाजी करते रहे। भाजपा सदस्य बृजमोहन अग्रवाल, शिवरतन शर्मा, डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी, सौरभ सिंह टार्गेट कीलिंग की जांच की मांग करते हुए नारेबाजी करते रहे।
विपक्षी सदस्य राज्य सरकार पर हमलावर रहे। सत्ता पक्ष के सदस्यों ने भी भाजपा नेताओं पर हमला बोला। इसे लेकर काफी देर तक हंगामा होता रहा और सदन की कार्यवाही बाधित हुई। इसे देखते हुए आसंदी ने सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए फिर स्थगित कर दी।
2 घंटे में 4 बार कार्रवाई स्थगित
बजट सत्र के दूसरे दिन विपक्षी भाजपा सदस्यों के हंगामे के कारण दो से ढ़ाई घंटे के बीच सदन की कार्यवाही 4 बार स्थगित करनी पड़ी। दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद सभा 10 मिनट के लिए स्थगित की गई। इसके बाद शुरू हुई कार्यवाही जल जीवन मिशन के हंगामे पर विपक्ष के वॉक आउट के बाद स्थगित हुई। फिर 10 मिनट बाद कार्यवाही शुरू हुई, तो भाजपा ने टारगेट किलिंग पर जमकर हंगामा कर दिया। कानून व्यवस्था पर हंगामे के बाद 10 मिनट के लिए कार्यवाही रोकी गई। इसके बाद कार्यवाही शुरू हुई तो भाजपा के विधायक नारेबाजी करते हुए गर्भगृह तक पहुंचकर स्वयं निलंबित हो गए। 10 मिनट बाद सदन कार्यवाही स्थगित हुई। नारेबाजी और हंगामे के बीच ध्यानाकर्षण की प्रक्रिया चलती रही।
उपाध्यक्ष संत कुमार नेताम ने सदन का संचालन किया। पहली बार सदन का संचालन कर रहे संतराम नेताम ने 10 मिनट पहले ही प्रश्नकाल खत्म करने का ऐलान कर दिया था। फिर याद दिलाए जाने पर उन्होंने कहा ठीक है समय बचा है, फिर कार्यवाही आगे बढ़ी। मंत्री गुरु रुद्र कुमार को विपक्ष ने घेर दिया। प्रश्नकाल की शुरुआत में मो. अकबर और गुरु रूद्र कुमार से तेंदूपत्ता खरीदी पर सौरभ सिंह और जल जीवन मिशन पर सवाल पूछे गए।