नई दिल्ली:प्रधामनंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को ‘परीक्षा पे चर्चा’ में शामिल हुए. तालकटोरा स्टेडियम में सुबह 11 बजे से ‘परीक्षा पे चर्चा का प्रोग्राम शुरू हुआ| स्टेडियम छात्रों से खचाखच भरा था. पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा, देश के कोटि-कोटि विद्यार्थी मेरी परीक्षा ले रहे हैं. मुझे ये परीक्षा देने में आनंद आता है. यदि आप बेहतर करने का प्रयास करते हैं तो आपके आस-पास से ज्यादा दबाव होगा. इस समस्या से कोई बचा नहीं है. इस तरह से हमें भी अपने राजनीतिक जीवन में इसका नुकसान उठाना पड़ा सकता है. पीएम ने कहा कि चुनाव के वक्त उत्कृष्ट परिणाम के हमेशा ‘अधिक उत्कृष्ट’ होने की अपेक्षा होती है. ऐसे में चिंता नहीं करनी चाहिए. तनाव मुक्त और प्रफुल्लित होने के साथ-साथ अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करें|प्रधानमंत्री मोदी ने कहा की बच्चों सही मूल्यांकन मां-बाप ही कर सकते है ,इसलिए हर माँ बाप को अपने बच्चों मूल्यांकन करना चाहिये | जब एक बार आप इस सत्य को स्वीकार कर लेते हैं की मेरी एक क्षमता है और मुझे अब इसके अनुकूल चीजों को करना है. आप जिस दिन अपने सामर्थ्य को जान जाते हैं, उस दिन बहुत बड़े सामर्थ्यवान बन जाते हैं. हर मां-बाप अपने बच्चों का सही मूल्यांकन करें और बच्चों के भीतर हीन भावना को ना आने दे. हमारा देश जिसे दुनिया ‘औसत’ कहती थी, अब विश्व स्तर पर चमक रहा है. इसलिए कभी भी अपनी क्षमता को कम मत आंकिए. समय बदलता है, हर किसी में कोई न कोई असाधारण हुनर होता है; बात यह है कि आपको उन्हें पहचानने की आवश्यकता है| सभी बच्चो को अपनी मां के घर का प्रबंधन को गहराई से देखना चाहिए . जिस तरह से वह अत्यंत दक्षता के साथ हर चीज का सूक्ष्म प्रबंधन करती हैं, वह आप सभी के लिए जीवन में सीखने वाली चीज है. मां कभी भी ऐसा महसूस नहीं करती है जैसे किसी दबाव में हो. उनसे सीखो, छात्र ये बात समझ कर चलें कि अब ज़िंदगी और दुनिया बहुत बदल चुका है. आज आपको डगर-डगर पर परीक्षा देनी है. इसलिए जो नकल करने वाला है वो एक-दो एग्जाम तो पार कर जाएगा लेकिन जिन्दगी कभी पार नहीं कर पाएगा| बच्चे खुद की स्मार्टनेस पर विश्वास करें,अपनी ताकत पर विश्वास करो, भगवान ने तुम्हें दिया है! आप जितने ज्यादा स्मार्ट होंगे, आप गैजेट्स का उतना ही सही इस्तेमाल कर पाएंगे. इनका बुद्धिमानी से उपयोग करें!