मैनपाट छत्तीसगढ़ के शिमला के नाम से प्रसिद्ध मैनपाट, सरगुजा जिले में स्थित है। यह स्थल सामाजिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है।मैनपाट एक अंडरग्राउंड हिल स्टेशन है। हिल स्टेशन को अभी तक पूरी तरह से व्यवसायिक नहीं बनाया गया है यही वजह है कि बहुत कम पर्यटक इस जगह के बारे में जानते हैं। मैनपाट को अक्सर छत्तीसगढ़ के शिमला और “मिनी तिब्बत” के रूप में कहा जाता है।तिब्बत पर चीनी आक्रमण के बाद तिब्बत शरणार्थियों का पुनर्वास मैनपाट में किया गया था और तब से उन्हें मैनपाट में घर मिल गया है। मैनपाट में संस्कृतियों और विविध परंपराओं का संगम केवल सुरम्य गांव के आकर्षण को जोड़ता है। व्यस्त जीवन से दूर होकर कुछ दिन सुकून और शांति पाने वाले पर्यटकों के लिए यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं है।मैनपाट क्षेत्र में बॉक्साइड खनिज पाये जाते हैं। यहां पर सन् 1962 में तिब्बतियों को बसाया गया था। यह स्थल छत्तीसगढ़ का सबसे ठण्डा स्थल होने के साथ ही साथ एक पर्यटन स्थल के रूप में भी जाना जाता है।भूकंपीय अर्थात् जलजलीय क्षेत्र एवं विभिन्न अवसरों पर आयोजित होने वाले मेले देश-विदेश के पर्यटकों को बिना डोर खींच लाने में एक महती भूमिका अदा करते हैं।आस पास के हिल-प्वाईंट , टाईगर-प्वाईंट, ईको-प्वाईंट, उल्टा पानी, ,बौद्ध मंदि