देश की पहली स्वदेशी बुलेट ट्रेन बनाएगी बीईएमएल, 2026 तक डिलीवरी होगी

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0 867 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट मिला, रोटेटिंग चेयर और ऑनबोर्ड इंफोटेनमेंट सिस्टम मिलेगा

मुंबई/बेंगलुरू। रेल, डिफेंस, ट्रांसपोर्ट और माइनिंग में इस्तेमाल होने वाले इक्विपमेंट बनाने वाली कंपनी बीईएमएल पहली स्वदेशी बुलेट ट्रेन के कोच बनाएगी। कंपनी को इसके लिए 867 करोड़ रुपए का कॉन्ट्रैक्ट मिला है।

कंपनी को यह कॉन्ट्रैक्ट इंटिगरल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) चेन्नई ने दिया है। जापान से बुलेट ट्रेन खरीदने की डील नतीजे तक नहीं पहुंचने के बाद भारतीय रेलवे ने इसे देश में ही बनाने का फैसला लिया था।

27.86 करोड़ रुपए की होगी एक कोच
बीईएमएल की ओर से जारी फाइलिंग के मुताबिक, हर कोच की कीमत 27.86 करोड़ रुपए होगी और टोटल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू 866.87 करोड़ रुपए है। इसमें डिजाइन कॉस्ट, वन-टाइम डेवलपमेंट कॉस्ट, नॉन-रिकरिंग चार्जेज, जिग्स, फिक्सचर, टूलींग और टेस्टिंग फैसिलिटीज के लिए वन-टाइम कॉस्ट शामिल है।

हाई-स्पीड बुलेट ट्रेन की डिलीवरी 2026 के अंत तक होगी
कंपनी ने बताया कि यह प्रोजेक्ट भारत की हाई-स्पीड ट्रेन जर्नी में मील का पत्थर है। इस प्रोजेक्ट में 280 किमी/घंटा की स्पीड वाली स्वदेशी रूप से डिजाइन्ड और मैन्युफैक्चर्ड ट्रेन्स मिलेंगी। ये बीईएमएल के बेंगलुरु रेल कोच कॉम्प्लेक्स में बनाए जाएंगे, जिनकी डिलिवरी 2026 के अंत तक होनी है।

रोटेटिंग चेयर और ऑनबोर्ड इंफोटेनमेंट सिस्टम मिलेगा
नई ट्रेनों की कोचेज पुरी तरह से एयर कंडिसंड होंगी और इनकी सीटें रिक्लाइनिंग और रोटेटिंग होंगी। दिव्यांग या रिस्ट्रिक्टेड मोबिलिटी वाले पैसेंजर्स के लिए अलग सुविधा और ऑनबोर्ड इंफोटेनमेंट सिस्टम मिलेगा। रेलवे ने पिछले साल राजस्थान में हाई-स्पीड ट्रेनों की टेस्टिंग के लिए स्टैंडर्ड गेज ट्रैक्स बनाया हैं। रेलवे बंदे भारत ट्रेनों को एक्सपोर्ट करने की तैयारी कर रहा है।

बीईएमएल ने भारत की हाई-स्पीड लग्जरी ट्रेन वंदे भारत का स्लीपर कोच बनाया है
बीईएमएल ने ही भारत की हाई-स्पीड लग्जरी ट्रेन वंदे भारत का स्लीपर कोच बनाया है। केंद्रीय रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पिछले महीने (1 सितंबर) वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के पहले मॉडल की झलक दिखाई। उन्होंने बताया था कि अगले 3 महीने यानी दिसंबर तक वंदे भारत स्लीपर ट्रेन शुरू हो जाएगी। कोच की मेन्युफैक्चरिंग का काम पूरा हो गया है। कुछ दिनों में यह बीईएमएल फैक्ट्री से बाहर आ जाएगी। अगले 2 महीने ट्रेन की टेस्टिंग चलेगी। इसके बाद यात्रियों के लिए ट्रेन की लॉन्चिंग होगी।
रेल मंत्री ने कहा कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को 800 से 1200 किमी दूरी की यात्रा के लिए तैयार किया गया है। इसमें यात्री रात करीब 10 बजे चढ़ेंगे और सुबह डेस्टिनेशन पर पहुंच जाएंगे। यह ट्रेन मिडिल क्लास के लिए बनाई गई है। इसका किराया राजधानी के जितना ही होगा।

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