छत्तीसगढ़ विधानसभा का सत्र कल से, कई मुद्दों पर सरकार को घेरेगी कांग्रेस

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रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र कल यानी (22 जुलाई) से शुरू हो रहा है। मानसून सत्र को लेकर प्रदेश सरकार भी तैयारी पूरी कर ली है। वहीं विपक्षी कांग्रेस भी प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर सदन में सरकार को घेरने की रणनीति तैयार कर ली है।
इसे लेकर रविवार को रायपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। इसमें पूर्व सीएम भूपेश बघेल सहित पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंह देव, कवासी लखमा, सत्यनारायण शर्मा सहित कई विधायक शामिल हुए। मीटिंग में सत्र के दौरान मुद्दों को उठाने और सरकार को घेरने की रणनीति बनाई गई। साथ ही कांग्रेस 24 जुलाई को विधानसभा का घेराव भी करेगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक बलौदाबाजार हिंसा, आरंग मॉब लिंचिंग और बिजली कटौती जैसे पर कई मुद्दों पर विपक्ष सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है।

कानून व्यवस्था समेत कई मुद्दों पर घेरेगी कांग्रेस
पार्टी सूत्रों के मुताबिक विपक्षी कांग्रेस मानसून सत्र छोटा होने के बाद भी पूरे दमखम से सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है। कानून-व्यवस्था के साथ-साथ कांग्रेस सरकार के समय बनी योजनाओं का नाम बदले जाने को लेकर भी पार्टी के विधायक सरकार को घेरेंगे। वहीं, बलौदाबाजार हिंसा, आरंग मॉब लिंचिंग, बिजली कटौती, बिजली बिल, गोठानों को बंद करने, समर्थन मूल्य समेत कई मुद्दों को लेकर सदन में हंगामा के आसार हैं।

कांग्रेस के हमलों का जवाब देने की तैयारी
विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान कांग्रेस सरकार को घेरने की रणनीति बना रही है तो वहीं, सदन के भीतर और सदन के बाहर विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए भाजपा विधायक दल ने भी रणनीति तैयार कर ली है। बीजेपी विधायक दल की बैठक में सभी से कहा गया है कि विपक्ष के हमलों का तथ्यों के साथ जवाब दें। सभी ​विधायकों से कहा गया है कि वे सभी सत्र के दौरान सदन में मौजूद रहें और तैयारी कर सदन में आएं ताकि किसी भी मुद्दे पर अपनी बात रख सकें। ​विधायकों से कहा गया है कि सदन के भीतर कार्यवाही के दौरान गैरजरूरी टिप्पणी करने की बजाय सकारात्मक तरीके से अपनी बात रखें।

कानून व्यवस्था, मलेरिया, डायरिया पर बोलने के लिए तैयार रहें
विधायकों से कहा गया है कि क्योंकि मानसून सत्र काफी छोटा है। इस दौरान अनुपूरक बजट भी पेश होगा। संशोधन विधेयक भी लाए जाएंगे। विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है लेकिन फिर भी वे कानून व्यवस्था, खाद-बीज, मलेरिया और डायरिया जैसे मुद्दों पर हंगामा मचा सकते हैं। इसलिए इन मुद्दों पर सभी आंकड़ों के साथ सदन में पहुंचें।

सरकार ने जो किया वह भी बताएंगे
विधायकों से कहा गया है कि राज्य सरकार ने पिछले छह-सात महीने में जितने भी जनकल्याणकारी काम किए हैं, उन सबकी लिस्ट बनाकर रखें। ताकि सदन के भीतर बोलते समय सभी सरकार के कामकाज को धाराप्रवाह तरीके से बता सकें। किसानों, महिलाओं, गरीबों, युवाओं, श्रमिकों समेत तमाम वर्गों के ​लिए किए गए कामों पर अपनी तैयारी कर लें।

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