जी-20 इकोनॉमीज में भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाः मूडीज

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0 मूडीज ने भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर 6.8% किया

नई दिल्ली। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज ने मजबूत इकोनॉमिक डेटा के आधार पर 2024 कैलेंडर ईयर के लिए भारत की ग्रॉस डोमेस्टिक यानी जीडीपी ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर अब 6.8% कर दिया है। मूडीज ने पहले यह अनुमान 6.1% बताया था। मूडीज का यह अनुमान तब आया है, जब भारत ने दिसंबर तिमाही में अपनी जीडीपी ग्रोथ रेट 8.4% दर्ज की है।

2025 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.4%
भारत के लिए मूडीज का यह अपग्रेड 2023 के उम्मीद से ज्यादा मजबूत इकोनॉमिक डेटा के आधार पर आया है। वहीं दिसंबर तिमाही के आंकड़े आने के बाद बार्कलेज ने 2023-24 के लिए भारत के अपने पूर्वानुमान को 110 बेसिस पॉइंट्स बढ़ाकर 7.8% कर दिया है। मूडीज ने 2025 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.4% बताया है।

जी-20 इकोनॉमीज में भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था
मूडीज ने 2024 के लिए अपने ग्लोबल मैक्रो इकोनॉमिक आउटलुक में कहा, ‘भारत की इकोनॉमी ने अच्छा प्रदर्शन किया है और 2023 में उम्मीद से ज्यादा मजबूत डेटा के कारण हमें अपना 2024 का ग्रोथ एस्टीमेट 6.1% से बढ़ाकर 6.8% करना पड़ा है। जी-20 इकोनॉमीज में भारत के सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बने रहने की संभावना है। मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने कहा कि सरकार के कैपिटल एक्सपेंडिचर और मजबूत मैन्युफैक्चरिंग एक्टिविटी ने 2023 में मजबूत ग्रोथ आउटकम्स को सपोर्ट किया है। ग्लोबल इकोनॉमीज के फीके पड़ने के साथ ही भारतीय इकोनॉमी को आराम से 6-7% रियल जीडीपी ग्रोथ दर्ज करनी चाहिए।

दिसंबर तिमाही की मजबूत गति 2024 की मार्च तिमाही में भी जारी रही
एजेंसी ने कहा कि दिसंबर तिमाही की मजबूत गति 2024 की मार्च तिमाही में भी जारी रही। इसमें मजबूत जीएसटी कलेक्शन, ऑटो सेल्स, कंज्यूमर ऑप्टिमिज्म, डबल डिजिट क्रेडिट ग्रोथ, अर्बन कंजम्पशन, मैन्युफैक्चरिंग एंड सर्विसेज पीएमआईस को आर्थिक गति के चालकों के रूप में बताया गया है।

भारत की जीडीपी अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 8.4% रही
नेशनल स्टैटिकल ऑफिस (एनएसओ) ने गुरुवार को आंकड़े जारी कर बताया था कि वित्त वर्ष 2023-2024 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में जीडीपी ग्रोथ बढ़कर 8.4% पर पहुंच गई है। मैन्युफैक्चरिंग और माइनिंग सेक्टर के बेहतर परफॉर्मेंस से जीडीपी बढ़ी है। पिछली तिमाही में जीडीपी 7.6% रही थी।
उम्मीद से ज्यादा ग्रोथ की वजह मजबूत शहरी खपत, मैन्युफैक्चरिंग और उच्च सरकारी खर्च था। वहीं एक साल पहले यानी 2022-23 की तीसरी तिमाही में जीडीपी महज 4.5% बढ़ी थी। जीडीपी ग्रोथ आरबीआई के अनुमान से बेहतर है। आरबीआई ने तीसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 6.5% रहने का अनुमान जताया था।
पिछले दिनों एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने जीडीपी अनुमान जारी किया था। एसएंडपी ने वित्त वर्ष 2024 के लिए भारत के ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट (जीडीपी) ग्रोथ अनुमान को बढ़ाकर 6.4% कर दिया है। पहले यह 6% था। मजबूत डोमेस्टिक मोमेंटम को इसका कारण बताया गया है।

जीडीपी क्या है?
जीडीपी इकोनॉमी की हेल्थ को ट्रैक करने के लिए उपयोग किए जाने वाले सबसे कॉमन इंडिकेटर्स में से एक है। जीडीपी देश के भीतर एक स्पेसिफिक टाइम पीरियड में प्रोड्यूस सभी गुड्स और सर्विस की वैल्यू को रिप्रजेंट करती है। इसमें देश की सीमा के अंदर रहकर जो विदेशी कंपनियां प्रोडक्शन करती हैं उन्हें भी शामिल किया जाता है।

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