शीतकालीन सत्र का आगाजः धान खरीदी पर विपक्ष ने लाया स्थगन, सदन में हंगामा, वॉकआउट
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार को शुरू हुआ। सत्र के पहले दिन विपक्ष ने धान खरीदी पर स्थगन प्रस्ताव लाया। इस मुद्दे को लेकर सदन में हंगामा हुआ।
चर्चा के दौरान विपक्ष ने धान खरीदी के मुद्दे को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा, जबकि सरकार ने इसे लेकर सफाई दी। विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआउट भी किया।
स्थगन प्रस्ताव पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि धान खरीदी में अव्यवस्था है। बारदाना खरीदी ठीक से नहीं हो पाई है। किसानों से बारदाना लाने कहा जा रहा है। टोकन लेने में किसानों के पसीने छूट रहे हैं। आनलाइन-आफलाइन के चक्कर में किसान परेशान हो रहे हैं। सारे किसान धान बेचने के लिए त्रस्त हो गए हैं। एक माह हो गया है। अभी तक सिर्फ एक तिहाई धान ही खरीद पाया है। अभी भी दो तिहाई धान की खरीदी बाकी है। सोसाइटियों में धान जाम हो गया है। कई सोसाइटियों में धान खरीदी बंद पड़ा है। केंद्रों में धान का उठान नहीं हो पाया है। राइस मिलर्स की आवाज बंद करने के लिए उनके यहां छापा मरवा दिया जाता है। इस बीच भाजपा सदस्य अजय चंद्राकर ने ग्राह्यता के सवाल पूर्व सीएम को टोका और कहा कि आप ग्राह्यता पर चर्चा करने के बजाय भाषण दे रहे हैं। इस पर कांग्रेस सदस्य नारेबाजी करने लगे। इस बीच सत्ता पक्ष के सदस्य भी नारेबाजी शुरू कर दी।
मोदी की गारंटी को सरकार पूरा नहीं कर रही : नेता प्रतिपक्ष महंत
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने भी सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार धान खरीदी केंद्रों में कुव्यवस्था पैदा की। जिसके कारण किसान, मिलर यहां तक की हमाल भी परेशान हैं। मोदी की गारंटी को सरकार पूरा नहीं कर रही। केंद्रों में 21 क्विंटल धान 3100 रुपये में नहीं खरीदा जा रहा। जब मोदी की गारंटी पूरी नहीं कर रहे। तो सीना तान के यह बोलने का अधिकार नहीं है कि हमने मोदी की गारंटी पूरी की। धान खरीदी को लेकर सरकार की नियत ठीक नहीं है।
सरकार ने दी धान खरीदी व्यवस्था पर सफाई
विपक्ष के सवालों का सरकार की ओर से वन मंत्री केदार कश्यप ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि धान खरीदी की समुचित व्यवस्था है। धान खरीदी का कार्य समुचित तरह से चल रहा. 10 हजार 400 करोड़ का भुगतान किसानों को हो चुका है। मिलर द्वारा धान का उठाव किया जा रहा है। 4.73 लाख टन धान का उठाव हो चुका है। जो धान सोसाइटियों में हैं उसका उठाव भी जारी है। मंत्री कश्यप ने कहा कि बारदाने की कमी नहीं है. जो बारदाने हैं वह निर्धारित मापदंड के अनुरूप हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष के प्रस्ताव को किया अस्वीकार
इस पूरी बहस के बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने विपक्ष के प्रस्ताव को अस्वीकार किया। इस बीच विपक्ष ने सदन में जमकर नारेबाजी की। इसके बाद सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है।