नव आभा टाइम्स | रामभद्राचार्य महाराज ने श्रीराम चरित मानस विवाद पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए कहा कि वह सठिया गए हैं और उनकी बुद्धि भ्रष्ट हो गई है. इस मौके पर उन्होंने बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री का भी समर्थन किया|पद्म विभूषण रामभद्राचार्य ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को श्रीराम चरित मानस पर टिप्पणी को लेकर आड़े हाथों लिया और कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने बहुत ही गलत वयान दिया है, उनकी बुद्धि काम नहीं कर रही. श्रीराम चरित मानस की विभिन्न चौपाइयों पर सवाल उठाने और इस ग्रंथ को प्रतिबंधित करने वाली मांग पर कहा कि विनाश काले विपरीत बुद्धि. वहीं श्रीराम चरित मानस में संशोधन करने के आरोप पर मानस ममर्ज्ञ और तुलसी पीठाधीश्वर चित्रकूट रामभद्राचार्य ने कहा कि वह 20 बार कह चुके हैं कि उन्होंने कभी संशोधन किया ही नहीं| उन्होंने संबंधित सवाल उठाने वालों को भी कटघरे में खड़ा किया. कहा कि पूछने वाले मूर्खों को संशोधन और संपादन का अंतर समझ लेना चाहिए. अब उन्हें यह अंतर नहीं समझ आ रहा तो वह क्या कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि इस संबंध में मुकदमा भी चला, लेकिन आरोप खारिज हो गए. अखाड़ा परिषद और राम जन्मभूमि न्यास द्वारा इस संबंध में आपत्ति जताने पर उन्होंने कहा कि वो लोग मूर्ख हैं. उन्होंने कहा कि रामजन्म भूमि न्यास ने आपत्ति नहीं की थी, बल्कि अखाड़ा परिषद ने किया था. इन आपत्तियों को लेकर सभी मुकदमों का निर्णय उनके पक्ष में आया है|