नई दिल्ली। कोयला मंत्रालय के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम एनएलसी इंडिया लिमिटेड ने राजस्थान में 300 मेगावाट सौर ऊर्जा की आपूर्ति के लिए राजस्थान ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के साथ दीर्घकालिक विद्युत उपयोग समझौता किया है।
एनएलसी इंडिया लिमिटेड की 1,421 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा की क्षमता है। कंपनी की कॉरपोरेट योजना के अनुसार वह 2030 तक 6,031 मेगावाट क्षमता स्थापित करने पर विचार कर रही है।
कंपनी ने प्रतिस्पर्धी बोली के जरिये भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (आईआरईडीए) द्वारा शुरू की गई सीपीएसयू योजना चरण-दो की कड़ी-तीन में 510 मेगावाट सौर परियोजना क्षमता हासिल की है। राजस्थान के बीकानेर जिले के बरसिंगसर में 300 मेगावाट सौर परियोजना क्षमता कार्यान्वित की जा रही है। इस परियोजना के लिए इंजीनयरिंग , खरीद और निर्माण अनुबंध प्रतिस्पर्धी बोली के माध्यम से मेसर्स टाटा पावर सोलर सिस्टम को मिला है। तीन सौ मेगावाट सौर परियोजना के लिए विद्युत उपयोग समझौते पर एनएलसी इंडिया लिमिटेड और राजस्थान ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के बीच गत 17 अगस्त को जयपुर में हस्ताक्षर किये गये।
इस परियोजना के जरिये प्रतिवर्ष 75 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन किया जाएगा और राजस्थान को हरित बिजली की आपूर्ति की जाएगी। यह परियोजना राजस्थान को नवीकरणीय ऊर्जा खरीद दायित्व लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेगी।
इस परियोजना से उत्पन्न बिजली से हर वर्ष 7 लाख 26 हजार टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी लाने में मदद मिलेगी।