पेरिस। पेरिस पैरालंपिक का बुधवार को सातवां दिन है। बुधवार का पहला मेडल सचिन सरजेराव ने शॉटपुट में दिलाया। उन्होंने 16.32 के स्कोर के साथ एशियन रिकॉर्ड बनाते हुए शॉटपुट की मेंस एफ-46 कैटेगरी में सिल्वर जीता। भारतीय खिलाड़ी आज एथलेटिक्स, शूटिंग और आर्चरी समेत कई खेलों में हिस्सा लेंगे। भारत ने अब तक 21 मेडल जीत लिए हैं। यह पैरा गेम्स के इतिहास में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारतीय खिलाड़ियों ने छठे दिन मंगलवार को 5 मेडल जीते थे। सभी एथलेटिक्स में आए।
विमेंस 400 मीटर में सबसे पहले दीप्ति जीवांजी ने ब्रॉन्ज जीता। फिर मेंस की F46 कैटेगरी के जैवलिन थ्रो इवेंट में अजीत सिंह ने सिल्वर और सुंदर सिंह गुर्जर ने ब्रॉन्ज मेडल दिलाया। वहीं मेंस टी-42 कैटेगरी के हाई जंप इवेंट में शरद कुमार ने सिल्वर और मरियप्पन थांगावेलु ने ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया। हाई जंप में अमेरिका के ईजरा फ्रेच और जैवलिन थ्रो में क्यूबा के गुलेर्मो गोन्जालेज ने गोल्ड मेडल जीता। हाई जंप में भारत के शैलेश कुमार चौथे स्थान पर रहे, जबकि जैवलिन थ्रो में रिंकू ने पांचवें नंबर पर फिनिश किया।
भारत मेडल टैली में 19वें नंबर पर
भारत अब तक 3 गोल्ड, 8 सिल्वर और 10 ब्रॉन्ज मेडल जीत चुका है। 21 मेडल जीतकर भारत फिलहाल 19वें नंबर पर है। चीन पहले, ब्रिटेन दूसरे और अमेरिका तीसरे नंबर पर है। भारतीय प्लेयर्स ने टोक्यो पैरालिंपिक में 19 मेडल जीते थे।
जैवलिन थ्रो में गोल्ड जीतने से चूके
मेंस एफ-46 कैटेगरी में भारत के सुंदर सिंह गुर्जर के नाम 68.60 मीटर दूर जैवलिन फेंकने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है। वह 64.96 मीटर दूर ही भाला फेंक सके, जिस कारण उन्हें ब्रॉन्ज मेडल मिला। जबकि अजीत सिंह ने 65.62 मीटर दूर जैवलिन फेंक कर सिल्वर अपने नाम किया। क्यूबा के गुलेर्मो गोन्जालेज ने दूसरे अटेम्प्ट में 66.14 मीटर का थ्रो फेंककर गोल्ड मेडल जीता। भारत के ही रिंकू आखिरी अटेम्प्ट में 61.58 मीटर का बेस्ट थ्रो फेंक कर पांचवें नंबर पर रहे। F-46 कैटेगरी में वे एथलीट्स आते हैं, जिनका एक हाथ नहीं होता या जिनका एक हाथ काम नहीं कर रहा होता।
हाई जंप में 2 मेडल जीते
टी-42 और 63 कैटेगरी के हाई जंप में शरद कुमार ने 1.88 मीटर जंप कर सिल्वर मेडल जीता। जबकि मरियप्पन थांगावेलु ने 1.85 मीटर का जंप कर तीसरा स्थान हासिल किया। अमेरिका के ईजरा फ्रेच 1.94 मीटर जंप कर पहले नंबर पर रहे। इवेंट में भारत के ही शैलेश कुमार 1.85 मीटर के बेस्ट जंप के साथ चौथे नंबर पर रहे। भारत के तीनों एथलीट्स टी-42 कैटेगरी के हैं। इनमें वे एथलीट्स आते हैं, जिनका एक पैर टूटा हुआ रहता है या वे जिन्हें एक पैर से चलने या दौड़ने में दिक्कत होती है।
दीप्ति जीवांजी ने दिलाया ब्रॉन्ज मेडल
विमेंस टी-20 कैटेगरी की 400 मीटर रेस में दीप्ति जीवांजी ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। उन्होंने 55.82 सेकेंड में रेस पूरी की। यूक्रेन की यूलिया शुलियार ने 55.16 सेकेंड टाइम के साथ गोल्ड जीता। जबकि तुर्किये की ऐसल ओन्डेर ने 55.23 सेकेंड में रेस पूरी कर सिल्वर मेडल अपने नाम किया। दीप्ति पैरालिंपिक गेम्स के ट्रैक इवेंट में मेडल जीतने वाली भारत की दूसरी ही एथलीट बनीं। उनसे पहले प्रीति पाल ने टी-35 कैटेगरी की 100 मीटर और 200 मीटर रेस में इसी पैरालिंपिक में 2 ब्रॉन्ज मेडल दिलाए थे। आज अवनी लेखरा 50 मीटर शूटिंग में मेडल जीतने से चूक गईं।