0 15 साल के करियर में 74 मैच खेले, 515 रन बनाए और 54 विकेट लिए
नई दिल्ली। भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने रविवार को टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया।
इससे पहले शनिवार को टीम के दो दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली और रोहित शर्मा ने वर्ल्ड कप फाइनल जीतने के कुछ देर बाद संन्यास की घोषणा की थी। टीम इंडिया ने 29 जून को बारबाडोस में साउथ अफ्रीका को फाइनल में हराकर 17 साल बाद टी-20 वर्ल्ड कप जीता।
जडेजा ने इंस्टाग्राम पोस्ट पर दी जानकारी
जडेजा ने लिखा, पूरे दिल से आभार जताते हुए मैं टी 20 इंटरनेशनल मैचों को अलविदा कहता हूं। मैंने हमेशा अपने देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है और अन्य फॉर्मेट में भी ऐसा करना जारी रखूंगा। टी-20 वर्ल्ड कप जीतना एक सपना सच होने जैसा था। आप लोगों के अटूट विश्वास के लिए धन्यवाद। जय हिंद।
जडेजा ने 2009 में किया था इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू
रवींद्र जडेजा ने भारत के लिए 2009 में डेब्यू किया था। टी-20 फॉर्मेट में उन्होंने कुल 74 मैच खेले। उन्होंने 127.16 के स्ट्राइक रेट से 515 रन बनाए और 54 विकेट अपने नाम किए। इसके अलावा बाएं हाथ के गेंदबाज भारतीय टी-20 टीम में 2009 से 2024 तक शामिल रहे। इस दौरान उन्होंने कुल 30 मैच खेले। इनमें जडेजा ने 130 रन बनाए और 22 विकेट अपने नाम किए। वहीं, एशिया कप में उन्होंने 6 मैच खेले। इनमें उन्होंने दो पारियों में 35 रन बनाए।
मोदी बोले- टी-20 में ऑलराउंडर के तौर पर आपका प्रदर्शन शानदार रहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जडेजा के टी-20 इंटरनेशनल से रिटायरमेंट की घोषणा पर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। पीएम ने लिखा- ऑलराउंडर के तौर पर आपने काफी शानदार प्रदर्शन किया है। आपके स्टाइलिश शॉट, स्पिन गेंदबाजी और शानदार फील्डिंग की आपके फैन्स हमेशा तारीफ करते हैं। पिछले कई सालों से टी-20 में आपके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए धन्यवाद।
वर्ल्ड कप में कुछ खास नहीं कर पाए जडेजा
जडेजा ने इस पूरे टूर्नामेंट में 8 मैचों की पांच पारियों में मात्र 36 रन बनाए। इस दौरान उनके स्कोर 2, 17, 9, 7, 10 रहे। इतना ही नहीं, गेंदबाजी में भी उन्होंने सिर्फ 1 विकेट लिया।
वर्ल्ड कप जिताकर रोहित-विराट का टी-20 से रिटायरमेंट
16 साल, 9 महीने और 5 दिन बाद भारत ने टी-20 वर्ल्ड कप जीतने का इंतजार खत्म कर दिया। यह संभव हुआ कप्तान रोहित शर्मा की ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड के खिलाफ अटैकिंग फिफ्टी और विराट कोहली की प्लेयर ऑफ द फाइनल परफॉर्मेंस से। रोहित-विराट के साथ टीम के बाकी खिलाड़ी भी अहम रहे, लेकिन इंडियन क्रिकेट के इन 2 दिग्गजों ने भारत की वर्ल्ड कप भूख खत्म करते ही टी-20 से संन्यास ले लिया।