रायपुर। विधानसभा शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन गुरुवार को विपक्षी कांग्रेस ने प्रदेश में अवैध रेत खनन पर चर्चा की मांग करते हुए स्थगन प्रस्ताव लाया, जिसे स्पीकर डॉ. रमन सिंह ने अग्राह्य कर दिया।
विपक्ष कांग्रेस सदस्यों ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में पर्यावरण संरक्षण कर पाने में भाजपा सरकार लगातार असफल हो रही है। पर्यावरण को सर्वाधिक क्षति अवैज्ञानिक एवं अवैध तरीके से हो रहे रेत उत्खनन से पहुंच रही है। विपक्ष ने इस पर स्थगन प्रस्ताव लाते हुए चर्चा कराने की मांग की। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि पर्यावरण के नाम पर भ्रष्टाचार का नया अध्याय लिखा जा रहा है। कौन अवैध खनन कर रहा है और पैसा कहां जा रहा है व्यक्तिगत तौर पर इससे मेरा लेना-देना नहीं हैं। लेकिन यह सच है कि रेत खनन के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। विक्रम मंडावी ने कहा कि अनेक स्थानों पर रेत उत्खनन बिना लाइसेंस के हो रहा है। श्रीमती अनिला भेड़िया ने कहा कि वाहन रेत से ओवर लोडेड होकर आ जा रहे हैं। इससे सड़क दुर्घनाएं हो रही हैं। इन दुर्घटनाओं में 8 लोगों की मौत हो चुकी है। उमेश पटेल ने कहा कि नदियों में बड़ी गाड़ियों के अलावा ट्रैक्टर से अवैध रेत परिवहन हो रहा है।एक अधिकारीने कहा कि ट्रेक्टर पकड़ने से मना किया गया है।
कलेक्टर के पास इसकी शिकायत की गई है, कोई कार्रवाई नहीं की। सदस्य कुंवर सिंह निषाद ने कहा कि बालोद जिले में अवैध उत्खनन हो रहा है।इसी तरह कांग्रेस सदस्य शेषराज हरबंश ने कहा कि लगातार उत्खनन से नदी की उर्वरकता को नुकसान पहुंच रहा है। कांग्रेस सदस्य ओंकार साहू ने कहा कि धमतरी जिले में भू माफिया एवं रेत माफिया भारी सक्रिय हैं। जमकर अवैध उगाही हो रही है। इसी तरह कांग्रेस सदस्य कवासी लखमा ने भी कहा कि बस्तर में अवैध रेत खनन का मामला उठाया। श्री लखमा ने कहा कि बस्तर से अवैध रेत उत्खनन कर आंध्रप्रदेश भेजा जा रहा है। इस मामले को उजागर करने वाले पत्रकारों को जबरन फंसाकर गिरफ्तार करवाया गया।
इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने अपनी व्यवस्था में कहा कि विपक्ष के लाए गए स्थगन में किसी बड़े घटनाक्रम से संबंधित नहीं है, इसलिए स्थगन प्रस्ताव की सूचना को अग्राह्य किया जाता है।