नालंदा। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने आज कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद ‘इंडिया’ गठबंधन के नेता मिलकर प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला लेंगे।
श्री येचुरी ने गुरुवार को यहां राजगीर में आयोजित पार्टी के तीन दिवसीय शिविर के अंतिम दिन शामिल होने के बाद कहा कि लोकसभा चुनाव में पहले सांसद का चुनाव होगा उसके बाद प्रधानमंत्री उम्मीदवार का निर्णय सभी विपक्षी पार्टी मिलकर करेंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव के दौरान इसी तरह विपक्ष में प्रधानमंत्री के चेहरे पर सवाल उठा था। बाद में विकल्प के रूप में मनमोहन सिंह आए और 10 वर्षो तक वे प्रधानमंत्री के पद पर रहे। इसी प्रकार आगे भी चुनाव बाद विपक्ष का प्रधानमंत्री पद का विकल्प आएगा।
माकपा महासचिव ने कहा कि सभी धर्मनिरपेक्ष विपक्षी पार्टियां एकजुट होकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराएगी। उन्होंने कहा कि देश के धर्मनिरपेक्ष गणतंत्र और संविधान को बचाने के लिए भाजपा को हराना है। उन्होंने वामपंथी एकता को मजबूत करने की बात कही।
श्री येचुरी ने कहा कि धर्मनिरपेक्ष पार्टियों से तालमेल कर वोटों के बंटवारे में भाजपा को फायदा ना हो इसका ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश की वर्तमान परिस्थिति एवं चुनौतियां देश, पार्टी एवं लोगों के सामने है उनका हल करने के लिए क्या जरूरतें हैं इस पर चर्चाएं की गई।