भोपाल/नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मध्यप्रदेश के देवास जिले की स्वयं सहायता समूह की एक कार्यकर्ता रूबीना खान से संवाद के दौरान मजाकिया लहजे में कहा कि उनके (श्री मोदी के) पास तो साइकिल भी नहीं है और स्वयं सहायता समूह की कार्यकर्ता ने अपने दम पर रोजगार के अवसर पैदा करते हुए ‘मारूति वैन’ ले ली।
श्री मोदी ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के लाभार्थियों से संवाद कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने देवास जिले में एक लाख तीन हजार दीदियाें के समूह की सदस्य रूबीना खान से संवाद किया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भी राज्य मंंत्रालय से वर्चुअली जुड़े।
श्रीमती खान ने अपने जीवन के संदर्भ में श्री मोदी को बताया कि वे पहले मजदूर थीं। 2017 में स्वयं सहायता समूह से जुड़ीं और गांव में ही लोन लेकर काम शुरु किया। अब उसी काम की बदौलत मारूति वैन ले ली। इस पर श्री मोदी ने कहा कि आप मारूति ले आईं, मेरे पास तो साइकिल भी नहीं है।
केंद्र सरकार की योजनाओं की लाभार्थी श्रीमती खान ने बताया कि कोरोना काल में उन्हें प्रशासन से सैनिटाइजर, मास्क और पीपीई किट बनाने का काम मिला, शुरुआत में कुछ दीदियां डरीं, लेकिन फिर देश की मुश्किलें देख कर मास्क बनाने शुरु किए और उन्हें स्थान स्थान पर बांटा। इसी दौरान प्रति महिला ने लगभग 60-70 हजार रुपए केे मास्क और किट बनाए।
इस पर प्रधानमंत्री श्री मोदी ने श्रीमती खान को संबोधित करते हुए कहा कि क्या वे उनका एक सपना पूरा करने में मदद करेंगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश भर में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी बहनें हैं, उनमें से दो करोड़ दीदियों को लखपति बनाने का उनका सपना है।