मुंबई होर्डिंग हादसाः मलबे में 2 और शव मिले, अब तक 16 मौतें

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0 आरोपी पर 23 क्रिमिनल केस, रेप चार्ज में गिरफ्तार हो चुका
मुंबई। मुंबई के घाटकोपर में होर्डिंग गिरने वाली जगह पर बुधवार (15 मई) को लगातार तीसरे दिन रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। इस बीच मंगलवार (14 मई) की रात मलबे के नीचे दो और शव मिले हैं। एनडीआरएफ ने बताया कि दो शवों को अभी बाहर नहीं निकाला जा सका है। इसी के साथ मरने वालों का आंकड़ा 16 हो गया है।

मुंबई में सोमवार को दोपहर में धूल भरी आंधी और बारिश हुई थी। इस दौरान घाटकोपर में एक अवैध होर्डिंग पेट्रोल पंप पर गिर गया था। 100 फीट ऊंचे और 250 टन वजन वाले लोहे के होर्डिंग के नीचे कई कार, टू-व्हीलर्स और लोग दब गए थे। हादसे में 70 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।

एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया कि पेट्रोल पंप में अंडरग्राउंड फ्यूल स्टोरेज टैंक होने के कारण आग लगने की संभावना है। इसलिए, हम गैस कटर का इस्तेमाल नहीं कर रहे, क्योंकि इसकी चिंगारी आग भड़का सकती है। गैस कटर इस्तेमाल न कर पाने के चलते मलबा हटाने में देरी हो रही है। क्रेन और दूसरे मशीनों का इस्तेमाल करते समय भी लगातार पानी का छिड़काव किया जा रहा है। इसके बावजूद बुधवार सुबह रेस्क्यू के दौरान आग लगने की छोटी घटना हो गई। हालांकि, वहां तैनात दमकल कर्मियों ने इसे तुरंत बुझा दिया।

होर्डिंग लगाने वाली कंपनी का मालिक पर पहले से 23 केस दर्ज
घाटकोपर में गिरने वाले होर्डिंग का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में सबसे बड़े सबसे बड़े होर्डिंग के रूप में दर्ज किया गया था। इसे लगाने वाली एजेंसी ईगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के मालिक भावेश भिंडे के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। हादसे के बाद से वह फरार है। भावेश इस साल जनवरी में एक रेप मामले में गिरफ्तार हुआ था। हालांकि, बाद में उसे बेल मिल गई। वह 2009 में निर्दलीय विधानसभा चुनाव भी लड़ चुका है। चुनावी हलफनामे में उसने बताया था कि उसके खिलाफ 23 क्रिमिनल केस दर्ज हैं। इनमें चेक बाउंस, होर्डिंग्स-बैनरों के लिए कई रेलवे और ग्रेटर मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के ठेके हासिल करने जैसे मामलों में मुंबई नगर निगम अधिनियम और नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट के तहत कई केस शामिल हैं। बीएमसी ने पेड़ों में जहर डालने के मामले भी उसके खिलाफ केस दर्ज कराया था। ईगो मीडिया से पहले भावेश गुजू एड्स नाम की एक कंपनी चलाता था। हालांकि, बीएमसी ने कई केस दर्ज होने के बाद ​​​​​​कंपनी को ​ब्लैकलिस्ट कर दिया था। इसके बाद भावेश ने होर्डिंग और बिलबोर्ड का कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए ईगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड नाम से दूसरी कंपनी लॉन्च की थी।

पुलिस अफसर ने होर्डिंग लगाने की मंजूरी दी थी
रेलवे के असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर (एडमिन) ने होर्डिंग हादसे पर बयान जारी कर बताया कि जिस पेट्रोल पंप पर होर्डिंग गिरा, वह भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) का है। यह पेट्रोल पंप रेलवे पुलिस की जमीन पर बना है। तत्कालीन जीआरपी कमिश्नर कैसर खालिद ने दिसंबर 2021 में भावेश की कंपनी को 10 साल के लिए पेट्रोल पंप के पास होर्डिंग्स लगाने की मंजूरी दी थी। म्यूनिसिपल कमिश्नर भूषण गगरानी ने बताया कि होर्डिंग लगाने के लिए बीएमसी से कोई अनुमति नहीं ली गई थी। होर्डिंग के आसपास के पेड़ों को जहर देकर सुखाने के मामले में पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई थी।

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