0 ग्रामीणों ने विधायक दीपेश साहू को रोककर पूछा सवाल
0 अब तक फैक्ट्री मालिक की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई
0 मलबे से मिल रहे बॉडी पार्ट्स
0 शव के बिखरे टुकड़े पॉलीथिन में किए जा रहे इकट्ठा
बेमेतरा। बेमेतरा जिले के बेरला ब्लाक के बोरसी स्थित बारूद फैक्ट्री में शनिवार सुबह हुए धमाके में लापता 7 लोगों का पता नहीं चल पाया है। प्रशासन ने 7 मजदूरों के लापता होने की पुष्टि की है। वहीं ग्रामीणों के मुताबिक जिस यूनिट में धमाका हुआ था, वहां 12 लोग काम कर रहे थे जो लापता हैं। बचाव कर्मियों को मलबे से बॉडी पार्ट्स मिल रहे हैं। शव के बिखरे टुकड़े को पॉलीथिन में इकट्ठा किए जा रहे हैं।
हादसे के बाद अपनों की तलाश में रोते-बिलखते और आक्रोशित परिजन फैक्ट्री गेट के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं। इस बीच मौके पर पहुंचे विधायक दीपेश साहू को ग्रामीणों ने रोककर पूछा कि हमारे साथ क्यों नहीं बैठते। क्यों अब तक फैक्ट्री मालिक की गिरफ्तारी नहीं हुई। लापता मजदूरों को लेकर प्रशासन कोई जानकारी क्यों नहीं दे रहा है।
इनके परिजन, खासकर महिलाएं रविवार को सुबह से धरने पर बैठ गई हैं। इधर, राहत और बचाव दल अब तक धमाके का पूरा मलबा नहीं हटा पाए हैं, क्योंकि जहां विस्फोट हुआ था, वहां बड़ा गड्ढा हुआ और पूरा मलबा उसी में समा गया है। रात को अंधेरा होने के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया था। इसके बाद रविवार सुबह फिर रेस्क्यू शुरू किया गया। रविवार को सुबह से मलबा हटाने का काम चल रहा है।
डिप्टी सीएम साव ने किया दौरा
वहीं घटना स्थल पहुंचने के बाद डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि बेरला में एक बारूद फैक्ट्री में बड़ा विस्फोट हुआ है, यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने घटनास्थल का दौरा किया है। घटना की स्थिति को देखकर यह स्पष्ट है कि बहुत बड़ा हादसा हुआ है। साव ने कहा कि घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। इस दौरान एक शख्स की मौत हो गई। एसडीआरएफ और जिला प्रशासन की पूरी टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी है।
धरने पर बैठे लापता कर्मियों के परिजन
फैक्ट्री में धमाके के तुरंत बाद से ही 8 लोगों के मारे जाने की खबरें आई थीं, लेकिन प्रशासनिक तौर पर अब तक पुष्टि नहीं हुई है। वजह ये है कि अब तक शव नहीं मिले हैं, इसीलिए इन्हें लापता ही माना जा रहा है। मलबा हटाया जा रहा है, लेकिन दोपहर 12 बजे तक शव नहीं मिल पाए हैं। जिनके परिजन सुबह 6 बजे फैक्ट्री पहुंचे थे और धमाके के बाद से अब तक नहीं मिले हैं, वे शनिवार शाम से घटनास्थल पर इकट्ठा होने लगे थे और अब धरने पर बैठ गए हैं। वे अपने परिजन को तलाश करने की मांग कर रहे हैं। हालांकि मौके पर बचाव दल से जुड़े लोगों ने कहा कि जब तक पूरा मलबा हट नहीं जाता और शव नहीं मिलते, स्थिति स्पष्ट कर पाना मुश्किल है।
शरीर के टुकड़े मिल रहे, पहचान कैसे होगी?
सुबह से मलबा हटाने में लगी एसडीआरएफ तथा बचाव टीमों के सदस्यों के मुताबिक मलबे में शरीर के छोटे-छोटे टुकड़े मिले हैं। लेकिन यह कह पाना मुश्किल है कि यह टुकड़े शवों के हैं या घायलों के। इनसे पहचान कर पाना भी संभव नहीं है। दुर्घटना में घायल 6 लोगों का इलाज चल रहा है और उनकी हालत गंभीर है।