0 छत्तीसगढ़ के उद्योग मंत्री ने नई दिल्ली में ‘उद्योग समागम‘ में की भागीदारी
रायपुर। छत्तीसगढ़ के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन ने गुरुवार को नई दिल्ली में आयोजित ‘‘उद्योग समागम‘ सम्मेलन में भाग लिया। यह कार्यक्रम केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की अध्यक्षता में आयोजित किया गया, जिसमें सभी राज्यों के उद्योग मंत्री और प्रतिनिधि सम्मिलित हुए। इस सम्मेलन में देश भर के उद्योगपतियों, उद्यमियों और निवेशकों ने भाग लिया, जिसमें व्यापार, उद्योग और आर्थिक विकास से जुड़े प्रमुख मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।
श्री देवांगन ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ में निवेश की विशाल संभावनाओं और राज्य सरकार द्वारा व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदमों का उल्लेख किया। उन्होंने राज्य में औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला। साथ ही उन्होंने निवेशकों को राज्य में आकर्षित करने के लिए बेहतर नीतियों और बुनियादी ढांचे के विकास पर राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए कई विशेष योजनाएं और सुविधाएं प्रदान कर रही है, जिससे न केवल राज्य का आर्थिक विकास होगा, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।
मंत्री श्री देवांगन ने कहा छत्तीसगढ़ निवेश के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थल के रूप में उभर रहा है। प्रदेश खनिज उत्पादन वाले प्रमुख राज्यों में शामिल है। यहां उद्योग स्थापित करने के लिए अनुकूल माहौल है। प्रदेश में नए उद्योगों को सर्वसुविधा उपलब्ध कराने के नई रणनीति बनाई गई है। उन्होंने कहा राज्य में निवेश बढ़ाने व उद्योगों के प्रोत्साहन के लिए वित्तीय प्रोत्साहन व छूट भी दी जा रही है।
उन्होंने कहा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 की लांचिंग किया गया है, इससे नए उद्योग शुरू करने वाले व्यापारियों को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा 1 नवंबर 2024 से प्रदेश की नई उद्योग नीति भी लागू हो जाएगी। नई नीति उद्यमियों के सहूलियत को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में तैयार किया जा रहा है।
सम्मेलन के दौरान उपस्थित उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने छत्तीसगढ़ में निवेश के प्रति गहरी रुचि दिखाई और राज्य में भविष्य में निवेश करने की संभावनाओं पर विचार किया। कार्यक्रम में उद्योग विभाग के सचिव अंकित आनंद, इन्वेस्टमेंट कमिश्नर रितु सेन, सीएसआईडीसी के कार्यपालन संचालक आलोक त्रिवेदी भी उपस्थित रहे।