पटना। बिहार के नवादा जिले में दलितों के 21 घर में आग लगाए जाने को लेकर मचे राजनीतिक घमासान के बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नीत महागठबंधन ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को बिहार की नहीं बल्कि अपराधियों की चिंता है, वहीं राजग ने दलितों की सुरक्षा और सम्मान को सामूहिक जिम्मेदारी बताया है।
विधानसभा में प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने इस घटना को लेकर ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए कहा, “बिहार में आपकी डबल इंजन पॉवर्ड सरकार में दलितों के घर जला दिए गए है। यह भारत देश की ही घटना है। कृपया इस मंगलराज पर दो शब्द तो कह दिजीए कि यह सब प्रभु की मर्जी से हो रहा है इसपर राजग के बड़बोले शक्तिशाली नेताओं का कोई वश नहीं है।”
श्री यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम लिए बगैर उन पर कटाक्ष करते हुए कहा, “यह भी बता दिजीए कि बिहार में तीसरे नंबर की पार्टी के मुख्यमंत्री ने महीनों से बोलना बंद कर रखा है। वह न मीडिया से बात करते है और न ही पब्लिक से। वह जो भी बोलते है वो अधिकारियों का ही लिखा हुआ बोलते है क्योंकि जब वह स्वयं का बोलते है तो कहीं से कहीं और कुछ से कुछ बोलने लग जाते हैं शायद इसलिए ही यह पाबंदी लगायी गयी है। राजग को बिहार की नहीं बल्कि अपराधियों की चिंता है।”
इसी तरह भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) के राज्य सचिव कुणाल ने नवादा जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के ददौर स्थित कृष्णा नगर दलित बस्ती पर आग्नेयास्त्रों से लैस नंदू पासवान अपराधी गिरोह द्वारा हमले, आगजनी और पशु संपदा की लूट की भयावह घटना की कड़ी भर्त्सना करते हुए कहा कि भाजपा-जदयू शासन में दबंगों-ठेकेदारों का मनोबल लगातार बढ़ा हुआ है। गया से लेकर नवादा तक दलित समुदाय खासकर मुसहर लोगों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। यह विडंबना ही है कि उस इलाके के कद्दावर नेता माने जाने वाले जीतनराम मांझी आज केंद्रीय मंत्री हैं लेकिन दलितों पर हमले की घटनाएं कम होने की बजाए लगातार बढ़ती ही गईं।
श्री कुणाल ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पार्टी नेता भोला राम के नेतृत्व में एक जांच दल घटनास्थल पर पहुंचा। माले जांच दल ने बताया कि उक्त गांव की 15 एकड़ 59 डिसमिल गैरमजरूआ जमीन पर कुल 80 परिवार (67 घर मुसहर, 12 घर रविदास एवं एक घर रमानी) बसे हुए हैं। ये लोग उक्त जमीन पर खेती का भी काम करते हैं। स्थानीय ठेकेदार और इलाके की सामंती ताकतों से गठजोड़ रखने वाला नंदू पासवान की लंबे समय से इस जमीन पर निगाह रही है। जमीन पर कब्जा करने के ही उद्देश्य से उक्त गिरोह ने आग्नेयास्त्रों से लैस होकर बीती रात दलित टोले पर हमला किया। बमबाजी की गई, कई राउंड गोलियां चलाई गईं, लोगों से मारपीट की गई और फिर पेट्रोल-डीजल छिड़ककर कई घरों में आग लगा दी गई। इनमें 80 में से 34 घर पूरी तरह जलकर राख हो गए।
भाकपा-माले राज्य सचिव ने बिहार सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि दबंगों के बढ़े मनोबल पर रोक लगाए। कमजोर लोगों के हक-अधिकार एवं जीवन की रक्षा में सरकार और प्रशासन द्वारा बरती जा रही लापरवाही का करारा जवाब बिहार की जनता उन्हें आने वाले दिनों में देगी।
बिहार के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री एवं भाजपा के मुख्य प्रवक्ता जनक राम ने नवादा जिले में दलित बस्ती में हुई आगजनी की घटना को दुखद बताते हुए गुरुवार को इसकी निंदा की और कहा कि यह घटना मानवता और सामाजिक सद्भाव पर गंभीर हमला है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से दलित समुदाय को इस अमानवीय कृत्य का शिकार बनाया गया है वह न केवल समाज की नैतिकता पर सवाल खड़ा करता है बल्कि हमारे संविधान द्वारा दिए गए अधिकारों के खिलाफ भी है।
श्री जनक राम ने कहा कि हमारा देश और संविधान सभी नागरिकों को समानता, सम्मान और सुरक्षा प्रदान करता है और इस घटना ने इन मूल्यों को ठेस पहुँचाई है। दलित समुदाय के साथ इस प्रकार का अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इस मामले के दोषियों को कानून के अनुसार कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने नीतीश कुमार ने इस घटना को अत्यंत गंभीरता से लिया है और तुरंत एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की है। उन्होंने प्रशासन और वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस मामले की विस्तृत और निष्पक्ष जांच की जाए। उनकी त्वरित कार्रवाई के तहत अधिकारियों ने दोषियों की पहचान कर कई गिरफ्तारियां की गई हैं।
मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि इस घृणित अपराध में शामिल किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कानून के अनुसार कड़ी सजा दी जाएगी। साथ ही, पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता और मुआवजा प्रदान किया जा रहा है, ताकि वे इस कठिन समय से उभर सकें।
श्री जनक राम ने कहा कि मुख्यमंत्री जहां दोषियों पर कारवाई की बात कर रहे वहीं कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद राहुल गांधी और विपक्ष द्वारा इस संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। इस तरह की घटनाओं पर राजनीतिक लाभ उठाने की बजाय सभी राजनीतिक दलों को एकजुट होकर इस कृत्य की निंदा करनी चाहिए और दोषियों को सजा दिलाने में सरकार का साथ देना चाहिए। यह समय राजनीति का नहीं बल्कि समाज के हित में एकजुट होकर काम करने का है। उन्होंने विपक्ष से इस मामले पर राजनीति करने से बचने और इस दुखद घटना को लेकर समाज में और अधिक तनाव नहीं पैदा करने की अपील करते हुए कहा कि दलित समुदाय की सुरक्षा और सम्मान सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है और इसे राजनीतिक मुद्दा बनाना पीड़ितों के साथ अन्याय है।
मंत्री ने नवादा की जनता से भी अपील करते हुए कहा कि नवादा की जनता शांति और संयम बनाए रखें और प्रशासन के साथ सहयोग करें ताकि सामाजिक सौहार्द को बनाए रखा जा सके। हमें एकजुट होकर ऐसे असामाजिक तत्वों को रोकने की दिशा में काम करना होगा।
साथ ही बिहार की परिवहन मंत्री एवं जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की वरिष्ठ नेता शीला मंडल ने नवादा में हुई आगजनी की घटना को निंदनीय बताया और कहा कि दोषियों को चिन्हित कर कठोर और त्वरित कारवाई सुनिश्चित की जाएगी। पूरे घटनाक्रम को लेकर राज्य सरकार गंभीर है। उन्होंने कहा कि नवादा की घटना को जातीय रंग देना उचित नहीं होगा। बिहार की जनता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पक्ष में एकजुट है।