0 हथियार-विस्फोटक बरामद, बीजापुर में 13 नक्सली पकड़े गए
दंतेवाड़/बीजापुर/जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा-बीजापुर बॉर्डर पर मंगलवार (3 सितंबर) को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में 9 नक्सलियों को मार गिराया है। जवानों ने मारे गए नक्सलियों के शव और एसएलआर राइफल, 303 और 315 बोर राइफल, विस्फोटक बरामद किया है। मुठभेड़ किरंदुल थाना क्षेत्र में बैलाडीला के जंगल में हुई।
जानकारी के मुताबिक यह मुठभेड़ करीब 13 घंटे तक चली। फिलहाल इलाके में सर्चिंग ऑपरेशन जारी है। ऑपरेशन में शामिल सभी जवान सुरक्षित बताए जा रहे हैं। अफसरों के मुताबिक, ज्यादा जानकारी जवानों के लौटने के बाद ही मिलेगी।
नक्सलियों की सूचना पर रात में रवाना हुए थे जवान
दंतेवाड़ा जिले के एसपी गौरव राय ने दैनिक भास्कर को बताया कि, बैलाडीला की पहाड़ियों के नीचे पुरंगेल, लोहा गांव की तरफ पश्चिम बस्तर डिवीजन के माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद डीआरजी और सीआरपीएफ के जवानों को रात में सर्च ऑपरेशन के लिए भेजा गया था। जवान जब नक्सलियों के कोर इलाके में घुसे तो नक्सलियों ने गोलियां बरसाना शुरू कर दिया।
बीजापुर में विस्फोटक के साथ पकड़े गए 13 नक्सली
बीजापुर जिले में भी पुलिस ने मंगलवार को 13 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए नक्सलियों से विस्फोटक, तीर-धनुष और अन्य सामान बरामद हुआ है। पुलिस ने बताया कि, डीआरजी, पुलिस और कोबरा बटालियन 202 के जवान संयुक्त रूप से सर्चिंग पर निकले थे। इस दौरान तर्रेम क्षेत्र से इन्हें पकड़ा गया।
जवानों की बहादुरी को सलामः सीएम
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि जब से भाजपा की सरकार बनी है, तब से सरकार नक्सलवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ रही है, हमारे जवान लड़ रहे हैं। हम अपने जवानों की बहादुरी को सलाम करते हैं। अभी 9 नक्सली मारे गए हैं। बहुत जल्द इस राज्य से नक्सलवाद का खात्मा हो जाएगा। वहीं डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि, जवानों की भुजाओं की ताकत है, जिसके आगे पूरा बस्तर शांत होने वाला है।
6 दिन पहले नारायणपुर में मारी गई थीं 3 महिला नक्सली
नारायणपुर के अबूझमाड़ में भी जवानों ने 29 अगस्त को मुठभेड़ में तीन महिला नक्सलियों को मार गिराया था। इनकी पहचान उत्तर बस्तर डिवीजन कमेटी और पीएलजीए कंपनी नंबर 5 की सदस्य के रूप में हुई थी। इन पर 18 लाख का इनाम था। मौके से जवानों ने 303 राइफल और 315 बोर की बंदूक समेत भारी मात्रा में हथियार और नक्सली सामग्री बरामद की थी।
सप्ताह भर पहले गृह मंत्री शाह ने ली थी बैठक
पिछले सप्ताह 24 अगस्त को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान नक्सल प्रभावित राज्यों की बैठक ली थी। इसके बाद उन्होंने कहा था- ‘मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद खत्म कर देंगे। अब समय आ गया है कि वामपंथी उग्रवाद की समस्या पर एक मजबूत और रुथलेस रणनीति के साथ अंतिम प्रहार किया जाए। उन्होंने इसके लिए रणनीति बनाने की भी बात कही थी। शाह ने कहा था कि, हम सब का मानना है कि वामपंथी उग्रवाद हमारे देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए सबसे बड़ा चैलेंज है। बिहार, झारखंड, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश और एक जिला छोड़कर महाराष्ट्र भी नक्सल समस्या से मुक्त हुआ है।