0 सैटेलाइट इमेज में दिखे हर तरफ तबाही के मंजर
0 सीरिया में सामुहिक कब्रों में दफनाए जा रहे शव
अंकारा/दमिश्क। तुर्किये और सीरिया में 6 फरवरी को आए भूकंप से अब तक 17,100 लोगों की मौत हो चुकी है। घायलों की संख्या 40 हजार के करीब हो गई है। कई इमारतें तबाह हो गई हैं। बेघर लोगों के लिए शेल्टर बनाए गए हैं। अमेरिकी कंपनी मैक्सार टेक्नोलॉजी ने कुछ सैटेलाइट तस्वीरें जारी की है। इनमें तबाही और शेल्टर के लिए बनाए गए टेंट दिख रहे हैं।
मृतकों को एक-साथ दफनाया जा रहा
सीरिया में मारे गए लोगों को दफनाने के लिए सामूहिक कब्रें बनाई जा रही हैं। यहां मदद करने वाली व्हाइट हेलमेट्स की टीम ने एक वीडियो शेयर करते हुए बताया कि मृत लोगों को एक साथ दफनाया जा रहा है।
हम शुरुआत में राहत पहुंचाने में नाकामः राष्ट्रपति एर्दोगन
लोगों का कहना है कि वक्त पर उन तक मदद नहीं पहुंच पा रही है। तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने इस बात को स्वीकार किया है। सरकार के खिलाफ लोगों के गुस्से को देखते हुए एर्दोगन ने कहा- भूकंप के बाद सरकार की शुरुआती प्रतिक्रियाओं में कमियां थीं। दरअसल, भूकंप के बाद कई इलाकों में लोगों तक बचावकर्मी या राहत समग्री नहीं पहुंची थी। हालांकि, राष्ट्रपति एर्दोगन ने कहा कि सभी लोगों की मदद के लिए सरकार हरसंभव कोशिश कर रही है और देश में कोई भी बेघर नहीं रहेगा। इधर, मदद के लिए WHO और UN समेत दुनियाभर के 70 से भी ज्यादा देश आगे आए हैं। लोकल मीडिया के मुताबिक, सीरिया में 3 लाख लोगों को मजबूरन अपना घर छोड़ना पड़ा है।
तुर्किये में बहाल हुई ट्विटर सर्विस
तुर्किये में सरकार ने एक बार फिर से ट्विटर सर्विस बहाल कर दी है। सरकार ने ट्विटर के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर उन्हें दुष्प्रचार और कंटेंट हटाने को लेकर नियम याद दिलाए। दरअसल बुधवार को तुर्किये में ट्विटर को ब्लॉक कर दिया गया था। तुर्किये सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार के खिलाफ एक बिल पास किया था। इसके तहत यदि सोशल मीडिया कंपनियां तुर्किये से जुड़ी गलत जानकारी अपनी साइट से नहीं हटाती हैं, तो उन पर प्रतिबंध लगाए जाएंगे। देश में आपत्तिजनक पोस्ट के लिए अब तक 18 लोगों को हिरासत में लिया है और 5 को गिरफ्तार किया गया है।
भारत से छठी फ्लाइट तुर्किये रवाना
भारत ने ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत छठा विमान तुर्किये भेजा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बचावकर्मियों, जरूरी दवाइयों और मेडिकल इक्विपमेंट, डॉग स्क्वॉड के साथ विमान तुर्किये के लिए रवाना हो चुका है। दरअसल, टर्किश और हिंदी भाषा में ‘दोस्त’ शब्द का इस्तेमाल होता है, इसलिए इस ऑपरेशन का नाम दोस्त रखा गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए NDRF टीमों के साथ गरुड़ एरोस्पेस कंपनी के ड्रोन भी भेजे गए हैं।
इससे पहले, भारत के विदेश मंत्रालय ने बताया कि तुर्किये में भूकंप आने के बाद से ही एक भारतीय नागरिक लापता है। साथ ही तुर्किये के दूर-दराज के इलाकों में 10 भारतीय फंसे हुए हैं। इन्हें रेस्क्यू करने की कोशिश की जा रही है।