डेस्क न्यूज। शनि ग्रह मंगलवार से कुंभ राशि में गोचर (प्रवेश) कर रहे हैं। शनि ग्रह एक से दूसरी राशि में प्रवेश करने के लिए करीब ढाई साल का समय लगाते हैं। इस दौरान विभिन्न राशियों के जातक शनि की ढैया, साढ़ेसाती और
कुंभ, मीन, कुंभ राशि के लोगों को शनि, हनुमान जी और भगवान शिव के ये उपाय देंगे लाभ
शनि ग्रह मंगलवार से कुंभ राशि में गोचर (प्रवेश) कर रहे हैं। शनि ग्रह एक से दूसरी राशि में प्रवेश करने के लिए करीब ढाई साल का समय लगाते हैं। इस दौरान विभिन्न राशियों के जातक शनि की ढैया, साढ़ेसाती और शनि की महादशा से पीड़ित होते हैं। इस दौरान शनि के शुभ और अशुभ असर देखने को मिलते हैं। शनि के अशुभ असर को कम करने के लिए हर शनिवार शनिदेव को तेल चढ़ाने की परंपरा है। हनुमान जी, भगवान शिव, पीपल और शमी वृक्ष की पूजा, सात मुखी रुद्राक्ष पहनने से शनि दोष कम होता है। शनिवार को तेल काले तिल, कंबल, काली उड़द, लोहे के बर्तनों और जूते-चप्पलों का दान भी किया जा सकता है। शनि के अशुभ प्रभावों से मुक्ति के लिए मंगलवार के दिन 7 या 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। श्री हनुमान चालीसा का पाठ करने से हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
शनि के बारे में पता लगाने के लिए ज्योतिषी शनि की कुंडली में स्थिति देखते हैं। कुंडली में शनि की स्थिति ठीक नहीं होती है,तो ऐसे लोगों को हर काम में असफलता मिलती है। अक्सर ऐसे लोगों को हड्डियों से जुड़ी दिक्कत और पैरों की दिक्कत हो सकती है। शनि इस दौरान आपके हर अच्छे बुरे कामों का फल प्रदान करते हैं। शनि ग्रह के अशुभ फलों को कम करने के लिए हनुमान जी और भगवान शिव के उपाय किए जाते हैं। इस ग्रह के दोष दूर करने के लिए हनुमान जी की पूजा भी कर सकते हैं।
वहीं भगवान शिव पर काले तिल अर्पित करने चाहिए। हर शनिवार सरसों का तेल से शनि देव का अभिषेक करना चाहिए। तेल का दान करना चाहिए। हर शनिवार शमी के वृक्ष की भी पूजा करें, शमी के पत्ते शनि देव को चढ़ाएं। जरूरतमंद लोगों को जूते-चप्पल का दान करें।