आटा गूंधना भी एक कला है , जानते है आटा से अनेक प्रकार के पूड़ी बनाने के तरीका

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आटा गूंधने की कला
आटा गूंधना भी एक कला है. आपको सुनने में थोड़ा अटपटा जरूर लगेगा,लेकिन यह बिल्कुल सच है कि नरम पतली व मुलायम रोटियाँ बनाने के लिए, यह जरूरी है कि आटा ठीक से गंधा गया हो, यानी न वह बहुत ढीला हो न बहुत कड़ा.ढीले आटे से रोटियां बेलने में कठिनाई तो होती ही है, परात और चकले पर भी आटा चिपक जाता है. सख्त आटे से रोटियां नरम नहीं बनतीं. अतः आटे में ठीक अनुपात से पानी डालिए. सर्दियों में थोड़े गुनगुने पानी से आटा गूंधिए, ताकि वह नरम रहे. आटे को तब तक गूंधती रहिए, जब तक वह बिल्कुल नर्म और मुलायम
न बन जाए.

पराठे के लिए आटा
वैसे तो साधारण आटे से भी पराठे बना लिए जाते हैं, पर बच्चों के नाश्ते के लिए या स्कूल, पिकनिक आदि पर ले जाने के लिए आटे में थोड़ा दूध डाल दिया जाए,तो पराठे सुपाच्य व नरम तो बनते ही हैं, देर तक खराब भी नहीं होते. आप चाहें तो स्वादिष्ट बनाने के लिए थोड़ी अजवाइन व नमक भी डाल सकती हैं.

पूड़ी के लिए आटा
पूड़ी के लिए आटा थोड़ा सख्त गंधा जाता है. खस्ता पूडिया बनाने के लिए थोड़ा घी गरम करके आटे में मलें. इतना मलें कि पूरे आटे में घी मिल जाए. अब थोड़ा-थोड़ा पानी डालकर गूंधती जाएं. गंधने पर पानी की बजाय घी का हाथ लगाकर आटे को संवारें,

रोटी
रोटी कई प्रकार से बनाई जाती है. बेलन से बेलकर तो खैर, बनाई जाती ही है. हाथ में पानी लगाकर भी रोटियां बनाई जाती हैं, लेकिन इस विधि से रोटिया मोटी बनती हैं, ग्रामीण महिलाएं इसी प्रकार रोटियां गंध कर बनाती हैं.

सादी रोटी
नरम आटा लेकर छोटी-छोटी लोइया बनाएं. उनको पलेथन लगाकर चकले पर बेलन से हल्के-हल्के हाथ से गोल-गोल बेलती जाइए, जब पतली और गोल रोटी बन जाए तो उसे तवे पर सेंक लीजिए. ध्यान रखें कि आंच ज्यादा तेज़ या सख्त हो जाती हैं. ज्यादा मंदी न हो, तेज़ आंच पर रोटियां जल जाती हैं और अधिक धीमी आंच पर दो पुड़ या परत वाली रोटी दो छोटी-छोटी लोइयां लेकर उनके बीच में घी लगाकर चकले पर बेलन से,
रखती जाइए. गोल-गोल बेल लीजिए और तवे पर मंदी आंच में सेंक कर घी लगा कर डिब्बे में

रोल वाली रोटी
छोटी लोई लेकर गोल रोटी के आकार में पतली बेल लीजिए. पूरी रोटी पर घी लगाकर गोल लपेटकर रोल बना लीजिए, रोल को फिर लोई जैसे बनाकर बेलिए तवे पर, मंदी आंच पर सेंककर घी लगाकर डिब्बे में रखती जाइए. रोल वाली रोटी पुड़ वाली रोटी जैसी ही बनती है.

पराठे
पराठे गोल और तिकोने दोनों प्रकार के बनते हैं. ये सादे, भरवा और कई तरह से बनाए जा सकते हैं. आप चाहें तो इन्हें सादा भी बना सकती हैं और स्वाद के अनुसार भरवां भी.

मेथी के पराठे
सामग्री:
आटा,मेथी,.250 ग्राम,बसन-500 ग्राम
मूंगफली-तेल या घी-100 ग्राम,250 ग्राम
हल्दी, पिसी धनिया, लाल मिर्च, नमक, जीरा, हरी धनिया अंदाज से.
विधि :- मेथी को साफ करके पानी से धो लीजिए. बारीक काटकर कड़ाही में थोड़ा सा तेल डालकर मेथी को बघार दीजिए. मेथी में भाप आ जाए, तब आटे और बेसन में मिला दीजिए. नमक, हल्दी, धनिया, लाल मिर्च, जीरा, हरी धनिया भी बारीक कर, ज़रा कड़ा आटा गूंध लें. पराठे बेल कर तवे पर मंदी आंच पर तेल लगा कर सेंक लीजिए. खस्ता मेथी के पराठे तैयार हैं, इन्हें आप किसी भी प्रकार से परोस सकती हैं. नोट :- आप कच्ची मेथी को बहुत महीन काटकर या थोड़ा-सा पीसकर भी आटे में मिला सकती हैं.

मूली के पराठे
सामग्री:
आटा,मूली-.250 ग्राम
बेसन-250 ग्राम, मूंगफली तेल या घी-100 ग्राम.100 ग्राम
हरी धनिया, हरी मिर्च, हल्दी, लाल मिर्च, नमक, राई एवं जीरा अंदाज से.
विधि :-मूली को धोकर कद्दूकस कर लें. कड़ाही में थोड़ा-सा तेल डालें, गर्म होने पर राई जीरे का बघार छोड़ दीजिए. मूली भी छोड़ दीजिए. ढक्कन बंद कर दीजिए, जब भाप आ जाए तब उसमें हल्दी, नमक, लाल मिर्च, व हरी धनिया
बारीक काटकर डाल दीजिए व हरी मिर्च को भी बारीक काटकर डाल दीजिए. आटा और बेसन मिलाकर मूली का तैयार किया हुआ मसाला मिलाकर आटा गंध लें. गोल-गोल पतले-पतले बेलकर तवे पर दोनों तरफ हल्का-हल्का तेल या घी लगा कर सेंक लें. लीजिए मूली के पराठे तैयार हैं. मूली के पराठे बनाने की एक विधि और भी है. आप मूली को कद्दूकस करने के बाद उसमें सभी मसाले मिला लें. अब निचोड़ कर एक तरफ रख लें. पराठा बेलकर उसमें थोड़ी मूली रख दें. अब दुबारा बेल कर सेंक लें.

आलू के पराठे,पूड़ी पूड़ी रोटी व दोनों प्रकार की
सामग्री:
आटा-500 ग्राम,आलू-250 ग्राम, सौंफ,मूंगफली का तेल
नमक, लाल मिर्च, पिसी धनिया, हरी धनिया, अंदाज से.

विधि:-आटे मे थोड़ा सा नमक डालकर कड़ा गंध लीजिए. आलू को उबाल कर छील लें और हाथ से मसल कर बारीक कर लीजिए. सौंफ, नमक, लाल मिर्च,पिसी धनिया, डालकर कड़ाही में थोड़ा-सा तेल डालकर गर्म कर लीजिए. आलू
का मसाला मंदी आंच में सेंक लीजिए. उतारकर हरी धनिया बारीक काटकर इसमें मिला लें. आटे की दो लोई बनाकर उसमें आलू का मसाला रखकर गोल-गोल बेल लीजिए, तवे पर तेल लगाकर सेंक लीजिए व टमाटर की चटनी या अचार से खाइए.

पूड़ी
पड़ी रोटी व पराठे से छोटी व गोल आकार की बनती हैं. सादी और नमकीन
दोनों प्रकार की पूड़ियां आप बना सकती हैं.

साधारण पूड़ी

सामग्री:
आटा-500 ग्राम, अंदाज से मंगफली का तेल,घी-100 ग्राम,250 ग्राम
विधि :- आटे में नमक मिलाकर तेल गर्म करके मोयन लगा दीजिए. आटा ज़रा कड़ा गूंधें. छोटी-छोटी लोई बनाकर बेल कर कड़ाही में घी गर्म होने पर तल लीजिए. पूड़ी बनाते समय आंच थोड़ी तेज रखें.

पालक की पूड़ी
सामग्री: आटा,मूंगफली का तेल-500 ग्राम, पालक-250 ग्राम, नमक अंदाज से, जीरा, हींग, मीठा सोडा, लाल मिर्च अंदाज से.
विधि:- पालक को बारीक काटकर धो लीजिए व एक हल्का उबाल दीजिए, फिर सिल पर पीस लीजिए. पालक को आटे में नमक, लाल मिर्च, जीरा, हींग, थोड़ा मीठा सोडा मिलाकर कड़ा गूंध लीजिए. कड़ाही में तेल गर्म हो जाए तब
छोटी-छोटी गोल पूरी बनाकर तल लीजिए. अचार के साथ परोसें.

लहसुन की पूड़ी
सामग्री:आटा-250 ग्राम, बेसन-100 ग्राम, अदरक-25 ग्राम,हरी मिर्च-25 ग्राम, लहसुन-100 ग्राम, मूंगफली का तेल-100 ग्राम, हरी धनिया, नमक स्वाद के अनुसार.

विधि :-आटे में बेसन और नमक डालकर कड़ा गूंध लीजिए. लहसुन, अदरक को पीसकर हरी मिर्च को साफ करके सिल पर बारीक पीस लीजिए. हरी धनिया बारीक काटकर डाल दीजिए. नमक मिला लीजिए. कड़ाही में थोड़ा-सा तेल
डालकर लहसुन के तैयार मसाले को हल्का भून लें. आटे की गोल-गोल रोटी बेल कर रोटी के दो भाग कर लीजिए. लहसुन का तैयार मसाला भर कर चिपका दीजिए. कड़ाही में तेल डालकर तल लीजिए. लहसुन की पूड़ियां स्वादिष्ट एवं चटपटी तो लगती ही हैं, सर्दी के लिए उपयोगी भी हैं.

मूंग की पूड़ी
सामग्री:मूंग की धुली हुई दाल-250 ग्राम, नमक, लाल मिर्च, जीरा, हींग, हरी धानिया , गेहूं का आटा-500 ग्राम .
मूंगफली का तेल-100 ग्राम

विधि :- मूंग की दाल को धोकर पानी में 4-5 घंटे तक भीगने दीजिए. दाल को सिल पर बारीक पीस लीजिए. आटे में पिसी हुई दाल, नमक, लाल मिर्च, जीरा, हींग, हरी धनिया बारीक काटकर डाल दीजिए और आटा कड़ा गूंध लीजिए.
छोटी-छोटी लोइयां बनाकर चकले पर बेलन से पतली-पतली रोटी की तरह बेल कर तवे पर हल्की आंच में दोनों तरफ तेल लगाकर गुलाबी कुरकुरी सेंक लीजिए. अमरूद की सब्जी से खाइए.

 

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