हैदराबाद। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष सोमनाथ ने शुक्रवार को कहा कि अंतरिक्ष के क्षेत्र में स्टार्टअप और उद्योगों की भागीदारी और अधिक बढ़ायी जानी चाहिए।
श्री सोमनाथ ने शुक्रवार को यहां जवाहरलाल नेहरू प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जेएनटीयू) के 12वें दीक्षांत समारोह में मानद डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए औद्योगिक विकास और विरासत में हैदराबाद की अग्रणी स्थिति पर प्रकाश डाला। उन्होंने देश की प्रतिष्ठा में चंद्रयान-3 के योगदान को गर्व से स्वीकार किया तथा असफलताओं पर काबू पाने और तीन परियोजनाओं में सफलता हासिल करने के महत्व पर जोर दिया।
इसरो अध्यक्ष ने स्वयं के अनुभवों पर विचार करते हुए अपने पूरे करियर में रॉकेट डिजाइन में गलतियां करने की बात स्वीकार की और उन असफलताओं को भविष्य की जीत के लिए मूल्यवान सबक के रूप में रेखांकित किया।
श्री सोमनाथ ने विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग के संबंध में जेएनटीयू के कुलपति के साथ चर्चा का खुलासा किया, जिसमें कम लागत पर परियोजनाएं शुरू करने के लिए संगठन की प्रतिबद्धता पर जोर दिया गया।